सुबह जब लोग होटल से सनराइज पॉइंट के लिए निकलने वाले थे। उस समय रूम में चाय आया इतनी सुबह 5 बजे चाय का आना आश्चर्य की बात थी। सूर्योदय से पहले हल्की रौशनी थी, हम लोग बालकनी में खड़े होके चाय पी रहे थे जिससे हिल स्टेशन का फील आ रहा था।
उसके बाद हम लोग सूर्योदय देखने के लिए पहुंचे।
नेतरहाट में, यदि आप उगते सूरज का सबसे शानदार दृश्य का आनंद लेना चाहते हैं, तो आपको पर्यटक बंगला, होटल प्रभातविहार के सामने सनराइज पॉइंट पर होना चाहिए।
(Hotel Prabha Tara: The Sunrise Point, Netarhat)
यह नेतरहाट बस स्टैंड से एक किमी की दूरी पर स्थित है। जैसा कि आप सूरज के साथ उस यादगार मुलाकात के लिए प्रत्याशा में प्रतीक्षा करते हैं, आप अचानक पहाड़ियों और पेड़ों को क्लीयर क्षितिज के खिलाफ अंधेरे छाया-आकृति के रूप में दिखाई देते हैं। ! आपके आस-पास की प्रकृति धीरे-धीरे एक लाल रंग की छटा में डूबी हुई है ... फिर जैसा कि आप जीवंत लाल रंग और नारंगी के गुजरते हुए रंगों को देखते हैं।
जब हम लोग सनराइज पॉइंट पर पहुंचे तब सूर्योदय नहीं हुआ था हम लोगो ने तक़रीबन 10 मिनट प्रतीक्षा किया ।
We can only appreciate the miracle of a sunrise if we have waited in the darkness.
– Sapna Reddy
प्रतीक्षा करने के उपरांत सूर्योदय हुआ सूर्योदय अनोखा था पहाड़ो के बीच अचानक से प्रतीत होना ।
हमने वहाँ कुछ तस्वीरें ली उसके तुरंत बाद ही सूर्य बादलो में छिप गए और तुरंत घना कोहरा छा गया ये अद्भुत नज़ारा पहले किसी ने नहीं देखा था ।
रास्ते में पूरा घना कोहरा छाया हुआ था जैसे ही हम लोग वहाँ का दृश्य अद्भुत था ।
राज फिल्म का गाना 'यहाँ पे सब सब शांति शांति है ' जैसा माहौल था ।
बाकी आप लोग तस्वीरें देख कर खुद ही आनंद लीजिये ।
महली भाई और बाले भाई के अंदाज़ में 'आप बस देखिये और मज़े लीजिये'।।
(Sorry for the Ashlel Photo Ravi Bhai)
समय के कम होने एवं Lodh Falls के अधिक दुरी होने के वजह से वह प्लान कैंसिल कर दिया गया ।
बाकी जगहों पर अगली बार आने का निर्णय लेते हुए एवं दिल पर 100 ग्राम का छोटा सा पत्थर रखते हुए हम लोग अपने होटल वापस आये और अपना सब सामान समेटा और रांची के लिए रवाना हुए ।
वही सुहाना मौसम और बाइक राइड फिर से ।
धीरे धीरे हम लोग घाटी से निचे उतर रहे थे जहा जहा तस्वीरें लेना रह गया था वहाँ भी हम लोगो ने तस्वीरें ली ।
रास्ते के लिए हम लोगो ने कलर बम बचा के रखे थे। जिसे मैंने अपनी बैग से निकल के बाहर रखा था और फ़ोटोशूट में व्यस्त होने के वजह से वह बंदरो के एक छोटे से झुण्ड ने उसकी खाई में फेक दिया इसे देखकर हमारे छोटू भैया काफी दुखी हुए ।
इसके बाद हम लोग रास्ते में ही एक छोटे से ढाबे में नाश्ता करने के लिए रुके परन्तु वह चिकन बनता देख हम लोगो ने खाना खाने का निर्णय किया ।
गर्म चावल और गर्म चिकन अत्यंत स्वादिस्ट था ।
खाने के बाद जब बाइक राइड स्टार्ट हुआ तो महली भाई राइडिंग स्किल्स में अपना रौद्र रूप धारण कर चुके थे।
खतरनाक मोड़ पर भी Moto GP की तरह बाइक लीन मारते वक़्त बाइक का शैलेंसर और सड़क पर रगड़ने से उठती चिंगारी इस बात का प्रमाण दे रही थी।
मेरी बाइक को छोड़ के सबकी बाइक नई थी। सबकी स्पीड 4 लेन में तक़रीबन 100+ थी ।
एक समय ऐसा हुआ जब छोटू भैया आराम से चला रहे थे। तब अचानक से महली भाई 135+ km/hr की रफ़्तार से छोटू भैया के सामने से गुजरे ।
छोटू भैया एवं लक्ष्मी (जो पीछे बैठ के पिछले आधे घंटे से सो रहा था ) शन्न रह गए।
ऐसा हम लोगो ने किया जो नहीं करना था ।
(Taking rest after riding over 135+ Mahali Bhai)
Speed thrills but kills. Do at your own risk with safety pieces of equipment.
बाकि हम लोग आराम से हॉस्टल आ चुके थे हम लोगो ने फोटोज सब आपस में शेयर किया और शाम होते होते भदानी पर चाय पीने पहुंचे।
अगर आप लोगो को नेतरहाट जाना हो तो मेरा यही सुझाव रहेगा, आप लोग बाइक राइडिंग कर के ही जाये पुरे सेफ्टी के साथ और उन लोगो के साथ जाये जिनके साथ आप अपना कीमती वक़्त गुजरना चाहते हो।
कोई भी ट्रिप या टूरिस्ट जगह इतना भी खूबसूरत नहीं होता उस ट्रिप को साथ में जाने वाले लोग यादगार बनाते है।
“As with any journey, who you travel with is more important than the destination.”
See you in the next Blog
Thank You
......Anupam Nag
Kafi achi jgh h yar mujhe jane ka mn kr rha h
ReplyDeleteAapko invitation tha aap aaye nhi. 😁
DeleteYe baat apne bilkul shai boli ki jagh khubsurat nh hoti trip mein sth jaane wale log us jagah ko khubsurat bnate hai..
ReplyDeleteYee
DeleteBahut hi adbhud drishya h.
ReplyDeleteMujhe b kisi k sth jana chahiye yahan prakriti k god me........lehrate balkhate..
Nice blog.....!
Thank u dada
ReplyDelete