(Ravi Shankar Bhai playing straight shots)
ये ब्लॉग अपने इंजीनियरिंग हॉस्टल अर्टिसन हॉस्टल के बारे में है।
ये ब्लॉग कम फोटोज एल्बम होने वाला है।
ये ब्लॉग अपने हॉस्टल के दोस्तों के लिए है
शुरू में जब हम लोगो को ये हॉस्टल मिला तो एक रूम में 5 लोग रहने का नियम था।
जिसमे रूम नंबर 69 जो कि होस्टल का पहला रूम था ।
जिसे मैकेनिकल बॉयज़ के नाम से भी जाना जाता था।
- Rishi Ji
- Dharmkant Lal
- Nishant Singh
- Sujeet Singh
- Anna (Myself)
- Ravi Kant Roy (Unofficial)
हॉस्टल के पीछे ऐच ई सी ग्राउंड भी था।
जिसमे हम लोग क्रिकेट भी खेला करते थे।
शुरू शुरू में केवल रविवार और साल के अंतिम तक रोजाना।
आइए करते है बात क्रिकेट की।
Top 7 Batsman (According to me):-
- Ravi Mahali (Whom I fear to ball)
- Saikat Singh (Batsman with Class)
- Ravi Shankar Bhai ( Dhurwa ke MS Dhoni )
- Bhoodev Singh Rajput (3D Bhai)
- Bikas Singh ( King Kohli Fan )
- Baleshwar Mahto ( Mr. All Rounder)
- Laxmi Raj Kishore ( Wild Card Entry 🤭 for the best Leg Shot that was not possible for everyone)
Top 7 Bowler:-
- Bhoodev (Fast)
- Ravi Kant Roy (Nehra)
- Saikat Singh
- Binay Minj (Umesh Bhaiya)
- Ravi Shankar ( Chotu Bhaiya)
- Baleshwar Mahto
- Anna (*Jerk - Used only for Bouncers )
Top All-rounders:-
- Bhoo Dev
- Ravi Shankar Bhai
- Ravi Kant Roy
- Baleshwar Mahto
- Nishant Singh
- Arvind Singh
- Vickam Raj
हमारे एक साल के अनुभव से ये सब मैंने लाइन अप किया है।
कृपया दिल पे नहीं ले
एक दिन के खेल के बाद जब हाथ पैर दुखने लग जाते थे तब भी कोई किसी की नहीं सुनता था।
सब को टांग के मैदान में ले जाया जाता था।
(H.E.C Ground)
खेल का एक नियम भी था।
अगर किसी के बीच कहा सुनीं हुई है तो इस बात को हम लोग मैदान में खत्म कर के आते थे।
(Sujeet taking Rest while Fielding trying to copy chahl bhai)
Hec के ऑफिसियल क्रिकेट टीम से भी हम लोगो ने कई बार मैच खेला जिसमे अधिकतम हम लोगो ने 100 से ज्यादा रन के फासले से जीता भी था।
खेल के बाद वहीं भादानी में चाय पीने भी जाते थे उसके बाद वहीं से खाना खाकर आते थे।
रवि शंकर भाई, रवि महतो और लक्ष्मी राज किशोर हॉस्टल से बाहर रहते हुए भी हॉस्टल का एक हिस्सा थे।
हम लोगो ने साथ मिलकर कई बार एक दूसरे का जन्मदिन मनाया।
न्यू ईयर के दौरन हम लोगो ने खूब मस्ती भी की।
हॉस्टल की बाते सबके जहन में है
इस लिए समय ना गवाते हुए
चलिए फोटोज देखिए
हॉस्टल के बगल में ही ऑफिसर क्लब ( J N Club ) था
जब रात के 12 बजे भूख लगे और क्लब से गाने की आवाज़ आए।
तो अच्छे कपड़े पहन कर पहुंच जाना एक नियम भी बन चुका था।
(पता नहीं किसका शादी था )
(ये भी नहीं मालुम )
शुरू शुरू में हॉस्टल म कैंटीन भी खुला जो नहीं चली और जल्द भी बंद हो गई।
इस चक्कर में आस पास के कैफेटेरिया और रेस्टोरेंट के कई चक्कर लगा गए थे।
इसी बीच मेरे Accident में सब हॉस्टल फ्रेंड ,रवि शंकर भाई और 69 के सारे रूम मेट्स ने मेरी काफी हेल्प की थी जिसे भुलाया नहीं जा सकता।
Specially Kapil Sir जिन्होंने स्पॉट से मुझे हॉस्पिटल लेके गए थे।
Hec के एरिया में रांची का इंटरनेशनल स्टेडियम (JSCA International Stadium) भी है जहा हम हॉस्टल वालो को एक बार जाने का मौका मिला।
(Bikas Singh, Baleshwar Mahto & Vickram Aditya Raj)
और भगवान जग्गनाथ जी का मंदिर भी है जो एक पहाड़ पर स्थित है जहा शाम को हम लोग चाय पैक करवा कर ऊपर उचाई पर नज़ारे को देखते हुए चाय पिया करते थे
ऊंचाई पे जाकर चाय पीते हुए नज़ारे को देखना का अलग ही मज़ा था l
(@ J N Temple)
Birthday Celebrations:-
(Nischal B'day)
(Vickram B'Day)
(YE PATA NAHI KISKA THA)
New Year Celebrations:-
(After Dance Having dinner at 02.00 am)
Holi Celebrations:-
होली की कहानी कुछ और ही है
होली हॉस्टल में ४ दिन तक चली जो जो घर गया था उसे भी रंग लगाया गया
Now Random Photos & Videos:-
(गड्ढे से बॉल निकलते हुए प्राणीगण )
(After match relaxation)
(HTI Masti)
(Ravi Bhai in Hospital having High Fever)
(रवि भाई का मुस्कान नर्स के लिए था , तबकरीबन ३ या 4 बार एडमिट हो चुके थे, 1 साल के कार्यकाल में )
(At CCL Mine Ramgarh, we're there to abduct/airlift Laxmi from Home to celebrate Holi)
(Recognise and Comment Down)
(At Golchakkar Dhurwa, giving Tribute to Pulwama Martyrs)
(Underrated Singer)
(At Ranchi Railway Station, as I was leaving for home. Last Day & End of an Engineering Hostel Life)
I have spent the most beautiful years of my life in the Hostel. No matter how far we go, we will always be right there in my heart. Goodbye, my friends!
I am not sad because we are going so far away from me, I’m happy because I’ll get to meet you once again in life at a new place. Till then, goodbye!
.....Anupam Nag
Jaandar jabardast jindabad
ReplyDeleteI always miss those days
ReplyDeleteDil jeet liya bhaisab
ReplyDeleteHostel ki bat hi kuch aur hoti h yaar
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